ईश् निंदा कभी भी न करें और किसी को भी कभी तीर्थस्थान की यात्रा करने से न रोकें. ऐसा करने से आपका मन शांत रहता है और भाग्य आपका साथ देता है. साथ ही स्नान के बाद भगवान के दर्शन भी करने चाहिए. सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: https://bridalmakeup26059.blogzet.com/the-best-side-of-kismat-ka-upay-47097376